सिखलायेगा वह ऋतु,एक ही अनल है, ज़िन्दगी नहीं वह जहाँ नई हलचल है। सिखलायेगा वह ऋतु,एक ही अनल है, ज़िन्दगी नहीं वह जहाँ नई हलचल है।
सारी दुनिया अब देख रही, क्या था,मैं और क्या से क्या अब हो गया। सारी दुनिया अब देख रही, क्या था,मैं और क्या से क्या अब हो गया।
श्वेत-श्वेत सी जो यह धरा इस धरा में मुझे बह जाने दो। श्वेत-श्वेत सी जो यह धरा इस धरा में मुझे बह जाने दो।
शक्ति का अवतार है देवी, माता उनको सभी कहते। शक्ति का अवतार है देवी, माता उनको सभी कहते।
काट रहे सब हरे भरे वृक्ष साँस मिलेगी फिर कैसे हमें। काट रहे सब हरे भरे वृक्ष साँस मिलेगी फिर कैसे हमें।
तुम मुझे बुलाते हो मैं कैसे आऊँ.? मैं तो बस एक साया हूँ.... तुम मुझे बुलाते हो मैं कैसे आऊँ.? मैं तो बस एक साया हूँ....